उत्तराखंड

मंत्रियों में महाराज, अग्रवाल से पहले धन सिंह रावत की परीक्षा

नगर निकाय व पंचायत चुनाव से पहले हो रहे हैं सहकारी समितियों के चुनाव

जनादेश एक्सप्रेस/देहरादून

धामी सरकार के मंत्रियों के सामने जल्द ही चुनाव की चुनौतियां खड़ी होने जा रही हैं। ताजा स्थितियों में सहकारिता मंत्री डा धन सिंह रावत का इस चुनौती से सबसे पहले सामना होने जा रहा है। सहकारी समितियों के चुनाव घोषित हो जाने के बाद अब डा धन सिंह रावत को पर सबकी निगाहें हैं। इसके बाद, नगर निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव जब घोषित होंगे, तो प्रेम चंद्र अग्रवाल और सतपाल महाराज का भी इस तरह की चुनौती से गुजरना होगा।
दरअसल, हर तरह के चुनाव में यूं तो पूरी सरकार की प्रतिष्ठा ही दांव पर होती है, लेकिन यदि चुनाव का संबंध किसी विशेष विभाग से होता है, तो विभागीय मंत्री के कंधों पर ज्यादा जिम्मेदारी आ जाती है। चुनाव के नतीजों को केंद्र में रखकर विभागीय मंत्री के कामकाज की समीक्षा भी शुरू हो जाती है। पिछले नगर निकाय चुनाव की ही बात करें, तो प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा ने ज्यादातर जगहों पर जीत हासिल की थी, मगर तत्कालीन नगर विकास मंत्री के गृहनगर हरिद्वार नगर निगम की मेयर की सीट कांग्रेस जीत गई थी। इससे पार्टी की फजीहत झेलनी पड़ी थी। नगर निकाय चुनाव एक वर्ष पीछे चले गए हैं, जबकि पंचायतों का कार्यकाल नवंबर आखिरी में खत्म हो रहा है। ये चुनाव जब भी होंगे विभागीय मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल और सतपाल महाराज का इम्तिहान तय है।
इन स्थितियों के बीच, सहकारी समितियों के चुनाव सरकार ने घोषित कर दिए हैं। नवंबर में 21 व 22 तारीख को चुनाव निर्धारित किए गए हैं। इस चुनाव में पहली बार महिलाओं के लिए 33 फीसदी सीटें आरक्षित की गई हैं। पूरे प्रदेश में 670 समितियां हैं। सहकारी समितियों के चुनाव के पहले चरण में प्रतिनिधि चुने जाएंगे। इसके बाद, राज्य सहकारी समितियों के अध्यक्ष व उपाध्यक्षों का चुनाव होगा। डा धन सिंह रावत पिछली सरकार में भी सहकारिता मंत्री थे और अब भी उनके पास ही यह विभाग है। इस तरह से सहकारिता विभाग उनके पास पिछले आठ वर्षों से है। सहकारिता चुनाव में भाजपा जीतती रही है, लेकिन उसके लिए जीत बहुत आसान नहीं रही है। संघर्ष के बाद ही सफलता मिली है। कांग्रेस ने सहकारिता के चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है। तैयारी भाजपा की भी है, लेकिन असली तैयारी सहकारिता मंत्री डा धन सिंह रावत को करनी है।

 

Janadesh Express

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