तो क्या टिकट की रेस में आगे निकल गए हैं मनोज रावत
रावत की प्रेस कान्फ्रेंस में पार्टी के दिग्गजों की मौजूदगी के टटोले जा रहे मायने

जनादेश एक्सप्रेस/देहरादून
केदारनाथ उपचुनाव में कांग्रेस के टिकट के दावेदार पूर्व विधायक मनोज रावत ने शनिवार को कांग्रेस मुख्यालय में जिस अंदाज में प्रेस कान्फ्रेंस की, उसके निहितार्थ टटोले जा रहे हैं। दिग्गजों की मौजूदगी में जिस आत्मविश्वास के साथ रावत ने अपनी बात रखी, उससे इस कयासबाजी को ताकत मिल रही है, कि टिकट की रेस में वह काफी आगे निकल गए हैं। हालांकि यह कांग्रेस है और टिकट वितरण के मामले में यहां का इतिहास चैंकाने वाला रहा है। दिल्ली से चला टिकट कब क्या शक्ल अख्तियार कर ले, कहा नहीं जा सकता।
एक दिन पहले ही दिल्ली में पार्टी प्रभारी कुमारी शैलजा के साथ हुई बैठक के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने तीन नामों का पैनल स्क्रींिनंग कमेटी को भेजा है। इसमें सबसे पहला नाम पूर्व विधायक मनोज रावत का है। इसके अलावा लक्ष्मण सिंह रावत व कुंवर सजवाण के नाम भी पैनल में शामिल हैं। डा हरक सिंह रावत का नाम पैनल में शामिल नहीं हैं, लेकिन वह प्रमुख दावेदारों में बने हुए हैं। बाकी प्रत्याशी चयन के मामले में हाईकमान को कोई भी फैसला करने की स्वतंत्रता तो है ही।
इन स्थितियों के बीच, मनोज रावत की प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर प्रेस कान्फ्रेंस चर्चा में रही। मनोज रावत के साथ एक तरफ, प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा, पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल, उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, तो दूसरी तरफ, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और पूर्व कैबिनेट मंत्री डा हरक सिंह रावत बैठे नजर आए। मनोज रावत ने सरकार की भू-कानून पर मंशा को कटघरे में खड़ा किया। जार्ज एवरेस्ट की जमीन चहेती कंपनी को देने का आरोप लगाया। इसके अलावा, मसूरी में ही पार्क इस्टेट, हाथी पांव की जमीन का मामला उठाते हुए भी सरकार पर निशाने साधे। उन्होंने कई अन्य मामलों को सामने रखते हुए प्रदेश सरकार की नीयत पर सवाल उठाए।
रावत की प्रेस कान्फ्रेंस भले ही सरकार की घेराबंदी के लिए रही हो, लेकिन केदारनाथ उपचुनाव की छाया से यह अछूती नहीं रही। रावत के साथ सभी दिग्गजों ने एक मंच पर उतरकर एकजुटता का संदेश भी दिया। इन अटकलों को तेजी मिली कि मनोज रावत के नाम पर सहमति बन गई है और उन्हें टिकट मिलने की सबसे ज्यादा संभावना है। प्रेस कान्फ्रेंस में करण माहरा व गणेश गोदियाल एक साथ बैठे नजर आए। हालांकि प्रेस कान्फ्रेंस के बाद जब गणेश गोदियाल से मीडिया ने पर्यवेक्षक बतौर अपनी रिपोर्ट सीधे प्रभारी को सौंपने पर सवाल किया, तो उनका चिर परिचित जवाब सामने आया। उन्होंने दोहराया-जिसने नियुक्त कर रिपोर्ट मांगी थी, उसे ही तो देनी थी। उन्होंने उल्टा सवाल किया-क्या मैने भाजपा को रिपोर्ट सौंपी है। सौंपी तो कांग्रेस को ही है ना।
नेगी व तिवारी को बनाया विधानसभा चुनाव प्रभारी
-कांग्रेस समन्वय समिति की बैठक में शनिवार को केदारनाथ उपचुनाव के लिए प्रतापनगर विधायक विक्रम सिंह नेगी और पूर्व विधायक मनोज तिवारी को विधानसभा चुनाव प्रभारी नियुक्त कर दिया गया। इसके अलावा, पूर्व विधायक ललित फरस्वाण व जयेंद्र रमोला को सह चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया है।