राजीव गांधी ने मुसलमानो के लिए शाहबानो का फैसला पलटा था !
कांग्रेस को फिर कभी बहुमत नहीं मिला 1947 के बाद के कुछ किस्से !

अभय कुमार –
31 अक्टूबर 1984 की सुबह प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या हुई शाम तक उनके बेटे राजीव गांधी प्रधानमंत्री बन गए । इसके 2 महीने बाद लोकसभा चुनाव हुए राजीव गांधी की अगुवाई में कांग्रेस ने 514 में रिकॉर्ड 404 सीटों पर जीत हासिल की ।आजाद भारत में पहली बार किसी पार्टी ने 78% सीट जीती थी । राजीव के पीएम बनने के अगले ही साल यानी 23 अप्रैल 1985 को सुप्रीम कोर्ट ने शाहबानो केस में एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया । कोर्ट ने शाहबानो को तलाक देने वाले शहर को हर महीने गुजारा भत्ता देने का आदेश दिया मुस्लिम कट्टरपंथी इस मुस्लिम पर्सनल लॉ में दखल के बाद विरोध करने लगे । 1986 में मुसलमानों को खुश करने के लिए राजीव सरकार एक कानून लेकर आई जिसमें शाहबानो पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट दिया । इस कदम पर सोनिया गांधी ने राजीव से कहा तुम इस बिल पर मुझे राजी नहीं कर पा रहे, देश को कैसे करोगे ? मगर राजीव नहीं माने । सरकार पर मुस्लिम तुष्टीकरण के आरोप लगने लगे । नुकसान की भरपाई के लिए राजीव गांधी ने एक और तुष्टिकरण की भूल कर दी । 37 सालों में बंद अयोध्या के विवादित ढांचे का 1996 में ताला खोल दिया गया । वैसे तो या अदालती फैसला था , लेकिन सरकार नहीं चाहती तो ऐसा फैसला नहीं आता । इन दोनों कदमों के बाद कांग्रेस का ऐसा डाउनफॉल शुरू हुआ ,कि पिछले 40 सालों से पार्टी पूर्ण बहुमत को तरस रही है । 1984 मैं 404 सीट जीतने वाली कांग्रेस 2014 में महज 44 सीटों पर सिमट गई ।
” कांग्रेस का इतिहास सीरीज की दूसरी कड़ी में आजादी के बाद कांग्रेस के किस्से “
अगले एपिसोड में जानेंगे कैसे गांधी की हत्या से जनसंघ की नीव पड़ी जो बाद में बीजेपी बनी। पहले चुनाव में दो सीटों जीतने वाली बीजेपी कैसे आज 303 सीटों पर काबिज है । देखिए और पढ़िए अटल भाजपा सोमवार.