कृतज्ञ मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने याद किया राॅलम के देवदूतों को
दिल्ली लौटकर भेजी चिट्ठी, प्रशासन से युवाओं को सम्मानित करने की अपेक्षा

जनादेश एक्सप्रेस/देहरादून
16 अक्टूबर 2024 की तारीख देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार कभी नहीं भूल पाएंगे। एक ऐसे संकट से उनका इस दिन सामना हुआ, जिसमें उत्तराखंड के युवा देवदूतो की मदद न मिलती, तो अप्रिय घटना घट सकती थी। दिल्ली लौटकर सीईसी ने इन नौजवानों का खास तौर पर जिक्र करते हुए चिट्ठी भेजी है। प्रशासन से युवाओं को सम्मानित करने की अपेक्षा भी प्रकट की है।
दरअसल, 16 अक्टूबर 24 को मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार पिथौरागढ़ जिले के 42-धारचूला विधानसभा क्षेत्र के दूरस्थ एवं हाई-एल्टीट्यूड मतदान स्थलों में शामिल ग्राम मिलम, मरतोली, गनघर एवं पांछू आदि के निरीक्षण को निकले थे। मकसद यही था कि इन स्थानों में निर्वाचन प्रक्रिया के संचालन और संपादन से जुड़ी बातों की जमीनी हकीकत पता की जाए। भ्रमण के दौरान मौसम की खराबी के कारण पिथौरागढ़ जिले के मुन्स्यारी तहसील स्थित राॅलम गांव में अपराह्न साढे़ बारह बजे हेलीकॉप्टर की एहतियातन लैंडिंग करनी पड़ी।
राॅलम गांव के भौगोलिक रूप से उच्च हिमालयी और हिमाच्छादित क्षेत्र में होने के कारण इसके सभी निवासी अपने शीतकालीन प्रवास ग्राम पातौं में शीतकाल के दौरान शिफ्ट हो जाते हैं। कुछ दिन पहले ही सारा गांव खाली हो गया था। ऐसे में खाने-पीने की वस्तुओं से लेकर दवा व अन्य जरूरी चीजों की दिक्कत सामने थी। मौसम भी प्रतिकूल था और बारिश, हिमपात की दुश्वारियां पेश आ रही थीं। ऐसे में पातौ गांव के ईश्वर सिंह नबियाल, सुरेंद्र कुमार व भूपंेद्र सिंह ढकरियाल साहस, समर्पण व सेवा भाव का परिचय देकर अप्रतिम उदाहरण पेश किया। प्रतिकूल मौसम के बीच वे 38 किलोमीटर पैदल चलकर रात एक बजे राॅलम पहुंचे और जीवन रक्षक सामग्री उपलब्ध कराई। सीईसी ने उत्तराखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को चिट्ठी भेजकर इन तीन नौजवानों को देवदूत की संज्ञा दी है और आभार जताया है। सीईसी अपने पत्र में उस कुत्ते का जिक्र करना भी नहीं भूले हैं, जो इन नौजवानों के साथ गांव पहुंचा था। सीईसी ने उसे चैथा सुरक्षा कवच बताया है।
अपने पत्र में सीईसी राजीव कुमार ने लिखा है-कहावत है कि ’डूबते को तिनके का सहारा, हम सबके साथ यह कहावत चरितार्थ हुई है। उन्होंने आगे लिखा हे-सभी युवा देवदूतों ने मानवता के उच्च आदर्शों का पर्याय बनते हुए हम सब की जीवन रक्षा के लिए इस दिन को अविस्मरणीय यादों में अलंकृत कर दिया। मैं आप सभी को हृदय की गहराइयों से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आपके स्वस्थ जीवन एवं दीर्घायु की कामना करता हूं। इसके साथ ही उन्होेंने आईटीबीपी के महानिदेशक को भी पत्र लिखकर पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में तैनात रेस्क्यू टीम की सराहना की है।