केदारनाथ उपचुनावः पहले दिन से ही दिखने लगी कड़ी टक्कर
भाजपा व कांग्रेस दोनों ही दलों ने ही शक्ति प्रदर्शन करते हुए नामांकन कराया

जनादेश एक्सप्रेस/देहरादून
प्रत्याशियों के चेहरे घोषित हो जाने के तुरंत बाद से ही यह पता चल गया है कि केदारनाथ उपचुनाव कितना भीषण होने जा रहा है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के प्रत्याशियों ने सोमवार को नामांकन करा दिया। दोनों ही दलों के लिए यह मौका शक्ति प्रदर्शन का भी था। इसलिए शक्ति प्रदर्शन भी हुआ और जीत-हार का दावा भी।
शैलारानी रावत के निधन के बाद केदारनाथ सीट रिक्त हुई है, जिसमें अब उपचुनाव हो रहा है। 20 नवंबर को मतदान होना है और 23 नवंबर को यह सामने आ जाएगा कि केदारनाथ का विधानसभा में कौन प्रतिनिधित्व करेगा। भाजपा व कांग्रेस दोनों ने एक ही दिन में प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया है। दोनों ने ही पूर्व विधायकों पर दांव खेला है। आशा नौटियाल भाजपा प्रत्याशी हैं, तो कांगे्रस ने मनोज रावत को मैदान में उतारा है।
सोमवार को उखीमठ तहसील में भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल के नामाकन के बाद जनसभा करके पार्टी ताकत दिखाई। इस मौके पर सीएम पुष्कर ंिसंह धामी, पार्टी के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भटट, पूर्व सीएम डा रमेश पोखरियाल निशंक, तीरथ सिंह रावत, सांसद अनिल बलूनी की खास तौर पर उपस्थिति रही।
दूसरी तरफ, जोर-आजमाइश करने में कांग्रेस भी पीछे नहीं रही। कांग्रेस का जोश भी देखते ही बना। कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत के समर्थन में जनसभा करने प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा, पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल, प्रतापनगर विधायक विक्रम सिंह नेगी आदि पहंुंचे।