अदालत का सम्मान एवं अनुशासन दोनों जरूरी !
प्रजातंत्र में अदालत का अलग और महत्वपूर्ण स्थान है, इसलिए.... अदालत का सम्मान और अनुशासन बने रहना चाहिए !

” अदालत की अपनी गरिमा होती है, एक व्यवस्था होती है, सबको इसका सम्मान करना ही चाहिए ! “
अभय कुमार
भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ को एक वकील की हरकत से गुस्सा आ गया, जब उन्हें पता चला कि- एक वकील ने उनके लिखे हुए जजमेंट को कोर्ट मास्टर से क्रॉस-चेक किया.
खबरों की मानें तो…. नाराज जस्टिस चंद्रचूड़ ने वकील को भरी कोर्ट में अच्छी तरह फटकार लगा दी और कहा कि- आज वकील कोर्ट मास्टर से उनके जजमेंट के बारे में पूछ रहे हैं, कल को तो वह पर्सनल सेक्रेटरी से भी पूछेंगे कि सीजेआई क्या कर रहे हैं.
वकील ने सीजेआई चंद्रचूड़ को बताया था कि उन्होंने कोर्ट के जजमेंट को कोर्ट मास्टर से क्रॉस-चेक किया था, इतना सुनते ही सीजेआई चंद्रचूड़ को गुस्सा आ गया और वकील से कहा कि- आपकी हिम्मत कैसे हुई कोर्ट मास्टर से यह पूछने की कि मैंने जजमेंट में क्या लिखा? कोर्ट मास्टर की डायरी में झांकने की आपने हिमाकत कैसे की? कल को तो आप मेरे घर पहुंच जाओगे और मेरे पर्सनल सेक्रेटरी से पूछेंगे कि मैं क्या कर रहा हूं, वकील अपनी सारी समझ खो बैठे हैं क्या?
सीजेआई चंद्रचूड़ ने वकील को यह भी याद दिलाया कि वह अभी चीफ जस्टिस हैं, उन्होंने कहा कि- मैं अभी मुख्य न्यायाधीश हूं, हालांकि, कार्यकाल का ज्यादा समय नहीं बचा है, लेकिन अपने कार्यकाल के अंतिम दिन तक मैं कोर्ट का इंचार्ज हूं.